पाकिस्तान नही आतंकिस्तान है वह,
जहा आतंकवादियों को उपज़ाया जाता!
भारत है उसका मूल-मंत्र ,
जहां बचपन से पाठ पढ़ाया जाता!!
ईस्लाम का नकाब ऒढ़कर वह
शैतानों सी हरकतें करता है!
जिसे सुनकर कलेजा दहल जाए ,
वह कई अत्याचारों मे शिरकतें करता है!!
ईस्लाम का हिमायती अपने को बता कर ,
वह विदेशों से पैसा वसूलता है!
ऐसे धनों का वह दुरुपयोग कर,
बे- गुनाहों की हत्याएं करता है!!
खाने के लिए भोजन न हो,
पर हथियारों से पेट वह भरता है!
दुश्मनी है उसकी नस-नस मे,
पर मित्रता की बात वह करता है!!
भारत के विकास को देख-देखकर,
वह दिन -रात सुलगता रहता है!
अपनी नकामियों को छिपाने के ,
लिए वह भारत पर ज़हर उगलता है!!
मोहन श्रीवास्तव ( कवि )
दिनांक-४/०१/२००० , मंगलवार,समय-दोपहर-१२.३० बजे
चंद्रपुर(महाराष्ट्र)
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