Thursday 17 November 2011

आराधना(हे मुरली मनोहर श्याम)



हे मुरली मनोहर श्याम,हे धनुर्धारी राम,
प्रभु आजा..प्रभु आजा...प्रभु आजा.....
हे मुरली मनोहर श्याम...

मेरी नइया है भवर मे,
प्रभू तू कॄपा अब कर दे!
अब तेरा ही है सहारा,
प्रभु आके मुझे ऊबार!!
हे मुरली मनोहर श्याम..

अब मुझे कोई राह न सूझे
तेरे सिवा न कोई दूजा
ले चल मुझे उस पार
हे कॄष्ण -मदन गोपाल
हे मुरली मनोहर श्याम

मेरे निकल रहे है श्वाश
प्रभु अब तेरा ही आश
आ जावो मुझे बचा लो
हे गिरिधर,हे गोपाल,
हे मुरली मनोहर श्याम

मैने भूल बहुत ही किया
प्रभु तेरा नाम न लिया
मेरे क्षमा करो अपराध
हे मधुसूदन महराज
हे मुरली मनोहर श्याम

हे श्याम अब तो तुम आवो
प्रभु मेरी लाज बचावो
मुझे तार दो पद से आज
हे निज भक्तों के दास
हे मुरली मनोहर श्याम

मेरी बुद्धि थोड़ी सी है
उसमे भी काई घुसी है
मै गीत सुना नही सकता
मै विनती कर नही सकता
मै हू मूरख अग्यान
हे धीर बीर बलवान
हे मुरली मनोहर श्याम
हे धनुर्धारी राम
प्रभु आजा..प्रभु आजा..प्रभु आजा
हे मुरली मनोहर श्याम....

मोहन श्रीवास्तव
दिनांक-१५/४/१९९१,
एन.टी. पी सी. दादरी गाजियाबाद (उ.प्र.)

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