Monday 21 November 2011

मैने तुमसे प्यार किया है ये कोई धोखा नही!


मैने तुमसे प्यार किया है ये कोई धोखा नही!
मेरी जिन्दगी मे बस तुम ही तुम हो बस रोने का मौका नही!!
मेरी लाडली तुम रोती क्यु हो ,हरदम हसती रहो!
तुम अपना दिल छोटा न करना पल-पल खिलती रहो!!
हमने तुमको पाने के लिए क्या-क्या-जुगत न किया!
मैने तेरी चाहत के बदले सब कुछ लुटा दिया!!
ये मेरा तुमसे वादा है मैडम,मै सिर्फ़ तुम्हारा रहुंगा!
तेरे लिए मेरी नूरजहा सब कुछ सहा करुंगा!!
ये मेरी ख्वाहिश है जीन्दगी मे ,तु ना कभी हो उदास!
मेरी जा मेरे मरने के पहले ,तुम ना छोड़ो स्वाश!!
तु ना कभी मुझे छोड़ के जाना,हरदम मेरे साथ रहो!
जैसे मै चाहू मेरी जा तुम सब करती रहो!!
आज मेरा दिल कितना खुश है तुझको पता नही!
सारा जमाना है आज अपना,सब कुछ मानो सही!!
पर तेरे आसु को देखकर मै कितना दुखी हो रहा!
मै तेरी खुशी पर जान लुटा दू ला दू मै सारा जहा!!
वो मेरी शबनम-वो मेरी मोती कैसे भी तुम हस दो!
अब ना रुलावो मुझको भी जानम, तुम आस पुरी कर दो!!
मेरे कितने सपने है यारा,वो पुरी क्या ना करोगी!
तेरे जाने से ऐ मेरी बेगम,ये जिन्दगी अब ना होगी!!
सब कुछ मैने बता दिया हैतुमसे,कुछ भी छिपाया नही!
अच्छा-बुरा तुम खुद सोच लो,जो कुछ मानो सही!!
मैने तुमसे प्यार किया है,ये कोई धोखा नही!
मेरी जीन्दगी मे बस तुम ही तुम हो,रोने का मौका नही....

मोहन श्रीवास्तव
दिनांक-५/७/१९९१ ,शुक्रवार,शाम ६.४५ बजे,
एन.टी.पी.सी.दादरी ,गाजियाबाद (उ.प्र.)

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