मैने पुछा बुढ़े बाबा से
बाबा पहले होते थे साझे परिवार
पहले प्रेम से रहते थे
अब क्यो होते है अलग परिवार
पहले होते थे बर्तन महगे
इस लिए होता था साझा परिवार
जब से प्लास्टिक ,स्टील का बर्तन फ़ैला
तब से झट होने लगे अलग परिवार
मोहन श्रीवास्तव
दिनांक-५/५/१९९१ ,रविवार,४.४३ बजे,
एन.टी.पी.सी.दादरी, गाजियाबाद (उ.प्र.)
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