भारत की तरक्की, में बड़ा हाथ,
अब की हमारी, मिडिया का है ।
पल-पल मिलती, हमको खबरें,
ये कमाल की नेट की, दुनिया का है ॥
दुरदर्शन का तो, कोई जवाब नहीं,
जो सरकारों से, ही चला करता ।
आकाशवाणी का, भी यही हाल,
जो निष्पक्ष बात, नहीं करता ॥
निजी चैनलों के, आने से,
भारत में मिडिया क्रांति आई ।
हर तरह की,
खबरें देकर,
वे हम सब के, दिल मे छाई ॥
पर आज मिडिया एक, व्यवसाय हो गया है,
जहां बस पैसे ही, कमाना मकसद है ।
विग्यापन से लेकर, समाचारों तक,
इनमें भ्रष्टाचार, चरम पर है ॥
स्टिंग आपरेशनों को करके,
इनमें पैसे खुब, वसूले जाते ।
खबरें प्रसारित, करने से पहले,
मोल भाव हैं, किये जाते ॥
पर आज की ऐसी, परिस्थिति में भी,
कुछ चैनल, भ्रष्टाचार से दूर हैं ।
वे अपनें निष्पक्ष बात से,
दर्शकों में बहुत मशहूर हैं ॥
मोहन श्रीवास्तव (कवि)
05-08-13,monday,6.30
pm,
pune,m.h